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केंद्रीय मंत्री श्री Arjun Munda ने पूर्वी क्षेत्र कृषि मेले का झारखंड में किया शुभारंभ

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व जनजातीय कार्य मंत्री श्री Arjun Munda ने खूंटी, झारखंड में पूर्वी क्षेत्र कृषि मेले का शुभारंभ किया। इस मौके पर श्री मुंडा ने कहा कि यह मेला देश के पूर्वी क्षेत्र के किसानों के लिए काफी लाभदायक होगा, जिसकी सार्थकता खेतों में नजर आएगी। केंद्र सरकार की कोशिश है कि हर राज्य खेती में आत्मनिर्भर बने और हमारे किसानों की आय बढ़े। किसानों को गर्व से यह कहने का मौका मिले कि हम किसी के मोहताज नहीं हैं, बल्कि हम मजबूत हैं और हमारे माध्यम से हमारा देश भी सशक्त है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अंतर्गत राष्ट्रीय कृषि उच्चतर प्रसंस्करण संस्थान, रांची के तत्वावधान में कृषि विज्ञान केंद्र, तोरपा, खूंटी में आयोजित इस मेले में पूर्वी राज्यों के हजारों किसान शामिल हुए हैं। यहां मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा ने कहा कि पूर्वी क्षेत्र में किसानों को परंपरागत खेती के साथ तकनीक से कैसे जोड़ा जाए, उनकी आय बढ़ाते हुए उन्हें आत्मनिर्भर कैसे बनाएं, कृषि संबंधी विभिन्न मुद्दों का समाधान कैसे हो, इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए इस वृहद मेले का आयोजन किया गया है...

दिल्ली के औरंगजेब लेन के Signboard पर चिपका 'बाबा विश्वनाथ मार्ग' का बैनर

Banner of 'Baba Vishwanath Marg' pasted on the signboard of Aurangzeb Lane in Delhi
भाजपा की युवा शाखा भाजयुमो के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने लुटियंस दिल्ली में औरंगजेब लेन के साइनबोर्ड पर 'बाबा विश्वनाथ मार्ग' का बैनर चिपकाते हुए कहा कि मुगल बादशाह ने लाखों हिंदुओं की हत्या की है।

दिल्ली भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष वासु रुखड़ ने कहा कि संगठन के कार्यकर्ताओं ने औरंगजेब लेन का नाम बदलकर बाबा विश्वनाथ मार्ग कर दिया है। रुखड़ ने कहा कि औरंगजेब ने लाखों हिंदुओं को मार डाला और उनके धार्मिक स्थलों को नष्ट कर दिया। सड़क का नाम उसके नाम पर रखना शर्मनाक है।

उन्होंने कहा कि भाजयुमो मांग करता है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार उन सभी सड़कों और अन्य सार्वजनिक स्थानों के नाम बदल दे, जिनमें मुगल शासकों के नाम हैं क्योंकि इनसे हिंदू भावनाएं आहत होती हैं।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गश्त के दौरान उन्होंने साइनबोर्ड पर कथित बैनर देखा और उसे हटा दिया। अधिकारी ने कहा कि हम दिल्ली संपत्ति विकृति निवारण अधिनियम के तहत इस मामले में कानूनी कार्रवाई करेंगे।

जब नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी) के अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया तो उन्हें कोई क्षति या विकृति नहीं मिली। पुलिस पहले ही कार्रवाई कर चुकी थी। एनडीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एनडीएमसी द्वारा अब तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।

यह पहली बार नहीं है जब सड़कों के नाम बदलने की मांग और विरूपण की ऐसी गतिविधियां सामने आई हैं। हाल ही में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मांग की थी कि औरंगजेब लेन का नाम बदलकर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम लेन, हुमायूं रोड का नाम महर्षि वाल्मीकि रोड और शाहजहां रोड का नाम जनरल बिपिन रावत रोड रखा जाए।

2020 में अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन से एक दिन पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने मध्य दिल्ली में बाबर रोड के साइनबोर्ड को हटा दिया था। उनकी मांग थी कि इसे 5 अगस्त मार्ग किया जाए।

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