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केंद्रीय मंत्री श्री Arjun Munda ने पूर्वी क्षेत्र कृषि मेले का झारखंड में किया शुभारंभ

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व जनजातीय कार्य मंत्री श्री Arjun Munda ने खूंटी, झारखंड में पूर्वी क्षेत्र कृषि मेले का शुभारंभ किया। इस मौके पर श्री मुंडा ने कहा कि यह मेला देश के पूर्वी क्षेत्र के किसानों के लिए काफी लाभदायक होगा, जिसकी सार्थकता खेतों में नजर आएगी। केंद्र सरकार की कोशिश है कि हर राज्य खेती में आत्मनिर्भर बने और हमारे किसानों की आय बढ़े। किसानों को गर्व से यह कहने का मौका मिले कि हम किसी के मोहताज नहीं हैं, बल्कि हम मजबूत हैं और हमारे माध्यम से हमारा देश भी सशक्त है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अंतर्गत राष्ट्रीय कृषि उच्चतर प्रसंस्करण संस्थान, रांची के तत्वावधान में कृषि विज्ञान केंद्र, तोरपा, खूंटी में आयोजित इस मेले में पूर्वी राज्यों के हजारों किसान शामिल हुए हैं। यहां मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा ने कहा कि पूर्वी क्षेत्र में किसानों को परंपरागत खेती के साथ तकनीक से कैसे जोड़ा जाए, उनकी आय बढ़ाते हुए उन्हें आत्मनिर्भर कैसे बनाएं, कृषि संबंधी विभिन्न मुद्दों का समाधान कैसे हो, इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए इस वृहद मेले का आयोजन किया गया है...

श्री धर्मेंद्र प्रधान ने 29 जनवरी, 2024 को भारत मंडपम में आयोजित होनेवाले परीक्षा पे चर्चा के 7वें संस्करण की तैयारियों की समीक्षा की

Shri Dharmendra Pradhan reviews preparations for the 7th edition of Pariksha Pe Charcha to be held at Bharat Mandapam on January 29, 2024
केंद्रीय शिक्षा तथा कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कल परीक्षा पे चर्चा 2024 की चल रही तैयारियों की समीक्षा की।

श्री प्रधान ने कहा कि परीक्षा पे चर्चा अब एक वार्षिक परंपरा बन गई है। उन्होंने कहा कि परीक्षा की चिन्ता से उबरने और इसमें बेहतर करने के लिए परीक्षार्थी, माता-पिता और शिक्षक परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का बेसब्री से इंतजार करते हैं।

श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने परीक्षा पे चर्चा (पीपीसी) 2024 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ बातचीत को लेकर लोगों के बीच व्यापक उत्साह व्यक्त किया।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में "परीक्षा पे चर्चा" (पीपीसी) परीक्षाओं से जुड़े तनाव को दूर करने और 'परीक्षा योद्धाओं' की तैयारियों के साथ तालमेल बिठाते हुए जीवन के प्रति उत्सवपूर्ण दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए एक अनूठी पहल है। "परीक्षा पे चर्चा" कार्यक्रम का आयोजन शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग करता है जिसमें वह पिछले छह वर्षों से छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को सफलतापूर्वक शामिल कर रहा है।  कोविड-19 महामारी के कारण पीपीसी का चौथा संस्करण ऑनलाइन आयोजित किया गया था। उसके बाद पाँचवाँ और छठा संस्करण टाउन-हॉल प्रारूप में आयोजित किया गया। पिछले वर्ष इस कार्यक्रम में 31.24 लाख छात्रों, 5.60 लाख शिक्षकों और 1.95 लाख अभिभावकों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई।

अभी 7वें संस्करण के लिए मायगॉव पोर्टल पर 2.26 करोड़ पंजीकरण दर्ज किए गए, जो देश भर में छात्रों के बीच व्यापक उत्साह को दर्शाता है। नई दिल्ली में प्रगति मैदान स्थित आईटीपीओ का भारत मंडपम 29 जनवरी, 2024 को टाउन हॉल प्रारूप में आयोजित होने वाले परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करने वाले लगभग 3000 प्रतिभागियों की मेजबानी करेगा। इस कार्यक्रम में कला उत्सव के विजेताओं के साथ-साथ प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश से दो छात्रों और एक शिक्षक को आमंत्रित किया गया है। इसमें एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) के सौ छात्र पहली बार भाग लेंगे।

11 दिसंबर, 2023 से 12 जनवरी, 2024 तक मायगॉव पोर्टल पर एक ऑनलाइन बहु-विकल्पीय प्रश्न (एमसीक्यू) प्रतियोगिता में प्रदर्शन के आधार पर प्रतिभागियों का चयन किया गया है। चयनित प्रतिभागियों को परीक्षा पे चर्चा की एक किट मिलेगी, जिसमें प्रधानमंत्री द्वारा लिखित "एग्जाम वॉरियर्स" पुस्तक और एक प्रमाण पत्र शामिल है।

12 जनवरी से 23 जनवरी 2024 तक, देश भर में मैराथन दौड़, संगीत और मीम प्रतियोगिताएं, नुक्कड़ नाटक और छात्रों के बीच चर्चाएं जैसी विभिन्न स्कूल-स्तरीय गतिविधियां आयोजित की गईं। 23 जनवरी, 2024 को, 774 जिलों के 657 केंद्रीय विद्यालयों और 122 नवोदय विद्यालयों में "एग्जाम वॉरियर्स" पुस्तक में परीक्षा मंत्र से संबंधित विषयों पर एक चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें 60 हजार से अधिक छात्रों ने भाग लिया।

2.26 करोड़ पंजीकरणों के साथ 29 जनवरी, 2024 को परीक्षा पे चर्चा के आगामी 7वें संस्करण को लेकर काफी उम्मीदें हैं, जो परीक्षा के तनाव को दूर करने और सकारात्मक सीखने की संस्कृति को बढ़ावा देने में कार्यक्रम की भूमिका को उजागर करता है।

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