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केंद्रीय मंत्री श्री Arjun Munda ने पूर्वी क्षेत्र कृषि मेले का झारखंड में किया शुभारंभ

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व जनजातीय कार्य मंत्री श्री Arjun Munda ने खूंटी, झारखंड में पूर्वी क्षेत्र कृषि मेले का शुभारंभ किया। इस मौके पर श्री मुंडा ने कहा कि यह मेला देश के पूर्वी क्षेत्र के किसानों के लिए काफी लाभदायक होगा, जिसकी सार्थकता खेतों में नजर आएगी। केंद्र सरकार की कोशिश है कि हर राज्य खेती में आत्मनिर्भर बने और हमारे किसानों की आय बढ़े। किसानों को गर्व से यह कहने का मौका मिले कि हम किसी के मोहताज नहीं हैं, बल्कि हम मजबूत हैं और हमारे माध्यम से हमारा देश भी सशक्त है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अंतर्गत राष्ट्रीय कृषि उच्चतर प्रसंस्करण संस्थान, रांची के तत्वावधान में कृषि विज्ञान केंद्र, तोरपा, खूंटी में आयोजित इस मेले में पूर्वी राज्यों के हजारों किसान शामिल हुए हैं। यहां मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा ने कहा कि पूर्वी क्षेत्र में किसानों को परंपरागत खेती के साथ तकनीक से कैसे जोड़ा जाए, उनकी आय बढ़ाते हुए उन्हें आत्मनिर्भर कैसे बनाएं, कृषि संबंधी विभिन्न मुद्दों का समाधान कैसे हो, इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए इस वृहद मेले का आयोजन किया गया है...

UNICEF ने शहरी प्रशासन के लिए युवाओं को सशक्त बनाने के लिए NIUA से समझौता किया

UNICEF ties up with NIUA to empower youth for urban governance
NIUA की शहरी युवा इकाई और यूवाह-UNICEF ने शहरी प्रशासन में युवाओं को सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करने के लिए समझौता किया हैं। NIUA द्वारा आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस समारोह में शहरी युवा इकाई के प्रमुख लवलेश शर्मा और युवावाह  के सीओओ अभिषेक गुप्ता के बीच आशय वक्तव्य का आदान-प्रदान किया गया।

अगले तीन वर्षों में, ये दोनों संगठन शहरों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए युवा-संचालित समाधानों का सह-निर्माण और उनका कार्यान्वयन करेंगे। इस साझेदारी का प्राथमिक फोकस नागरिक व्यवहार और शहरी शासन को मजबूत करने की दिशा में युवा नेतृत्व, भागीदारी और कार्रवाई अनुसंधान को बढ़ाने पर रहेगा।

दोनों संगठनों के बीच इस सहयोग का उद्देश्य परस्पर प्रभाव डालने वाला और खेल-खेल में नागरिक नेतृत्व के विकास मॉड्यूल का उपयोग करके युवा-केंद्रित विकास सुनिश्चित करना है। इसका लक्ष्य युवाओं की नागरिक जागरूकता तथा सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ाना और उन्हें 21वीं सदी के कौशल और प्रगतिशील विचारों से लबरेज करना है। इससे उन्हें नई चुनौतियों में भागीदारी के माध्यम से शहरी प्रशासन के लिए नवोन्वेषी समाधानों के सह-निर्माण में सक्रिय रूप से भाग लेने में मदद मिलेगी। इसके अतिरिक्त, UNICEF के यू-रिपोर्ट चैटबॉट का उपयोग युवाओं की भागीदारी पर NIUA के कार्रवाई अनुसंधान परिणामों का समर्थन करने और भारत के युवा लोगों की विशेष जरूरतों को पूरा करने वाले अभिनव समाधानों को आगे बढ़ाने के लिए 'युवाओं के लिए शहर' पर युवाओं से वास्तविक समय डेटा और अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए किया जाएगा।

NIUA के निदेशक डॉ. देबोलीना कुंडू ने कहा, “ युवाओं, शहरों और NIUA के बीच संबंध हमारे भविष्य के शहरी परिदृश्य को आकार देने में अत्यधिक महत्व रखता है। यूवाह - UNICEF सहयोग के साथ, हमारा लक्ष्य अपने युवाओं की क्षमता का भरपूर उपयोग करना, उन्हें शहरों के विकास में सक्रिय रूप से योगदान करने के लिए सशक्त बनाना है जो उनके सपनों और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करते हैं।"

युवाह-UNICEF के सीओओ, अभिषेक गुप्ता ने कहा, “NIUA में शहरी युवा इकाई के साथ इस साझेदारी के माध्यम से, हम नागरिक व्यवहार और शहरी प्रशासन को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए युवा नेतृत्व, भागीदारी और कार्रवाई अनुसंधान को बढ़ाने की यात्रा शुरू कर रहे हैं। हम साथ मिलकर भारत में युवा नेताओं की एक नई पीढ़ी को प्रेरित करने का प्रयास करते हैं जो अपने समुदायों से गहराई से जुड़े हुए हैं, जो सभी के लिए एक उज्ज्वल और अधिक सशक्त भविष्य सुनिश्चित करते हैं।”

इस दौरान 'माई ड्रीम सिटी' प्रकाशन भी लॉन्च किया गया, जो NIUA द्वारा आयोजित एक प्रतियोगिता का परिणाम है। इसका उद्देश्य युवाओं के दूरदर्शी विचारों को शामिल करना है। यह प्रतियोगिता चार प्रमुख विषयों सुरक्षित पड़ोस, चलने योग्य और साइकिल चलाने योग्य शहर, नदी तथा जल निकायों से मेरा जुड़ाव, और स्मार्ट वेलनेस सोसायटी पर केंद्रित थी। प्रतिभागियों को अपनी प्रविष्टियां साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया, प्रत्येक प्रविष्टियां इन विषयों पर एक अद्वितीय परिप्रेक्ष्य प्रस्तुत करती हैं। जो परिणामी संग्रह सामने आया वो एक जीवंत और रहने योग्य शहर के लिए युवाओं के सपनों और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करने वाले विचारों की एक मोहक छवि है।

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